जबसे देखा है तुझे कोई चेहरा
इन आँखों में बसता ही नहीं ।
कोई तुझसे भी हसीन होगा
दिल ये बात मानता ही नहीं ।
मेरी आँखों में है मुहब्बत तुम्हारे लिए
मगर तू उन्हें कभी देखता ही नहीं ।
ख्वाहिश है दिल को बस मुहब्बत की
मुहब्बत भरा दिल कंही मिलता ही नहीं ।
मिलने को तुझसे मिलतें रहे है हम मगर
उस तरह से 'चन्दन' कभी मिलता ही नहीं ।
इन आँखों में बसता ही नहीं ।
कोई तुझसे भी हसीन होगा
दिल ये बात मानता ही नहीं ।
मेरी आँखों में है मुहब्बत तुम्हारे लिए
मगर तू उन्हें कभी देखता ही नहीं ।
ख्वाहिश है दिल को बस मुहब्बत की
मुहब्बत भरा दिल कंही मिलता ही नहीं ।
मिलने को तुझसे मिलतें रहे है हम मगर
उस तरह से 'चन्दन' कभी मिलता ही नहीं ।