तुझसे मिला हूँ जबसे, जाने
किस मजधार में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
हर वक्त रहता है तेरा चेहरा
मेरे आस-पास,
तेरी याद के समंदर में डूबा हुआ
जाने किस गहराई में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
किस मजधार में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
हर वक्त रहता है तेरा चेहरा
मेरे आस-पास,
तेरी याद के समंदर में डूबा हुआ
जाने किस गहराई में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
हर वक्त है वास्ता मेरा
दुनिया की भीड़ से,
मगर इस दुनिया की भीड़ में भी
मै तन्हाई में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
तेरे प्यार में हूँ |
हर वक्त लगता है जैसे तु मेरे पास है
मुझे देख रहा है,
मै कही भी रहू लगता है जैसे
मै तेरे ही साये में हूँ |
सोचकर लगता है जैसे मैं
तेरे प्यार में हूँ |
तेरे प्यार में हूँ |